प्रिय दोस्तों /सखियों नमस्कार,
भारत पर्वों का देश है । हर पर्व में घर को सज़ाने, संवारने के अलावा गृह लक्ष्मी की स्वयं की सज्जा उस घर की संस्कृति को दर्शाती है । इसलिए आज भी लोगों की साज सज्जा में पहली पसंद मेहंदी मानी गई है।
बात शगुन करने की हो या फिर साज सज्जा की हो तो मेहंदी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है । शगुन में व सुहाग के सामान के साथ में मेहँदी देने का चलन हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों में बहुत अच्छी तरीके से पाया गया है । अर्थात मेहंदी सभी धर्मों की प्रिय सामग्री है । शादियों में तो मेहंदी का एक अलग समारोह ही बना दिया गया है । इस समारोह का नाम मेहंदी की रात रख दिया गया है। यह समारोह हिंदू, मुस्लिम, सिख सभी धर्म के लोगों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
मेहंदी की रात में दुल्हन को मेंहंदी (Dulhan Mehandi) लगाई जाती है । दुल्हन के अलावा घर की अन्य महिलाओं के भी मेहंदी लगाई जाती है । मेहंदी का महत्व दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। जो लोग स्थाई रूप में अपने शरीर पर मेहँदी का डिज़ाइन चाहते हैं वह मेहंदी को टैटू /गोदना (Tattoo) के रूप में गुदवा लेते हैं । यह एक स्थाई रूप होने के कारण इस को हटाना एक कठिन काम है ।
आज मेहंदी का चलन दिन ब दिन पहले से ज्यादा बढता जा रहा है। बड़ो व बच्चों सभी को मेहंदी खूब पसंद आती हैं। लोग मेहंदी लगाने की शुरुआत लोग फूल पत्ती से शुरू करते हैं । इसलिए आज हम आपके लिए फूल पत्ती की डिजाइन वाली मेहंदी (Flower Mehandi Design) लेकर आए हैं । आज हम आपके पीछे के हाथ की मेहंदी (Back Hand Mehandi design) लेकर आए हैं । मेहंदी का यह डिजाइन फूल पत्ती की सहायता से बनाया गया है । आइए देखते हैं कि मेहंदी का डिजाइन किस प्रकार बनाया गया है –
पीछे के हाथ की आसान सी शेडेड मेहँदी का डिज़ाइन | Back Hand Mehandi Design for Weddings
- कलाई के नीचे पीछे की ओर तीन लकीरें खींचिए। बीच की लकीर ज्यादा मोटी रखी जाएगी ।
- अब नीचे की और छोटे-छोटे महीन गोले बनाने होंगे ।अब बीच में एक बड़ी टिक्की बनानी होगी। टिक्की के किनारे-किनारे छोटी-छोटी टिक्की से उस पूरी लाइन को भर देना होंगा।
- अब छोटी-छोटी टिक्कियां बायीं ओर तथा दायीं ओर बनाने के बाद बायीं ओर ऊपर बढ़ते हुवे चार टिक्की ,तीन टिक्की इसके ऊपर दो टिक्कियां फिर एक टिक्की बना के एक टिक्की थोड़ी सी बड़ी टिक्की बनानी होगी। इसी प्रकार के डिजाइन आपको दाईं ओर बनानी है ।
- अब जो पहले लकीर आपने बनाई थी उससे थोड़ा पहले एक जोड़ा लकीर बना लीजिए। अब इन लकीरों पर इमली की पत्ती जैसा डिजाइन बना दीजिए। अब पत्ती का बाहरी किनारा थोड़ा मोटाई में बना दीजिए। अब तीन लकीर फिर बनाएं। जिसमें से बीच की लकीर अपेक्षाकृत मोटी हो ।
- अब ऊपर की लकीर पर छोटे-छोटे महीने गोले बना लीजिए। अब लकीर के बिल्कुल बीच में आधा बड़ा गोला बनाइए । अब गोले के बाहर से ढकती हुई एक लकीर बनाये।
- अब अंदर वाले के अंदर खड़ी व पडी हुई लकीर से जाली बना लेंगे ।अब जाली वाले गोले को अंदर से और गहरा बना लेंगे ।
- अब इस गोले को छूता हुआ एक गोला और बना लेंगे ।इस पर छोटे-छोटे महीने गोले बना लीजिए । अब छोटे गोले के ऊपर फूल जैसी पंखुड़ी बनाकर पूरे गोले को फूल की आकृति देनी है। अब फूल की आकृति का ऊपरी किनारा ज्यादा मोटा बनाना है।
- फूल की सभी पंखुड़ी में नीचे की तरफ एक लंबवत बिंदु बनानी है । अब फूल के बीच में ऊपर की ओर एक गोल चकरी बना लीजिए । उस पर फूल का डिजाइन बनाना है । इसी प्रकार चकरी बनाते हुए फूल बनाने हैं । फूल बड़े से छोटे आकार के बनाने हैं । ये सभी फूल बीच वाली उँगली पर बनाना है । अब बड़ी से छोटी होती हुई बीच वाली उंगली के नाखून तक छोटी-छोटी पांच से छह टिक्कियां लीजिए।
आशा है आपको यह डिज़ाइन बहुत अच्छी लगी होगी।
धन्यवाद, आपका दिन मंगलमय हो।